Tuesday, March 29, 2011

शून्य

मैं कुछ नहीं करना चाहता -
वैसे ही जैसे नदी कुछ नहीं करती,
वैसे ही जैसे पेड़ कुछ नहीं करता,
वैसे ही जैसे मेघ कुछ नहीं करते।
कुछ नहीं करना चाहना ही अब मेरा लक्ष्य है,
मैं शून्य को साधना चाहता हूँ।

2 comments:

  1. to kisne kaha hai kuch karne ko :P hehe... i got the hidden meaning behind that :)

    -Dhiraj

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  2. Zero:
    filled with empty,
    scope for plenty.

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