समय : सुबह ८ बजे
प्रेमिका नंबर १ जिसे पता है की उसके प्रेमी ने देर रात तक पढाई की है और अभी वो थक कर सो रहा होगा, ने एक प्यार भरा मैसेज भेजा है। ये उसके कॉलेज जाने का टाइम है। बस में छिछोरे लड़के ये समझ लें की वो पहले ही किसी छिछोरे की हो चुकी है इस बात की शहादत देने के लिए वो पूरे रास्ते मैसजे करती हुई जाएगी। जब तक वो कॉलेज पहुचेगी प्रेम की वही घिसी पीटी बातें लिख कर भेजती रहेगी जो वो रोज भेजा करती है। कॉलेज में उसके और भी प्रेमी हैं उसमें से कुछ उसके छिछोरे प्रेमी से थोड़े अच्छे और ज्यादा पैसे वाले हैं| सो कॉलेज पहुचते ही उसने मैसजे करना बंद कर दिया है। और इस बात का संकेत दे रही है की उसे अभी भी सच्चे प्रेम की तलाश है।
समय: सुबह ८:३० बजे
माताजी का फ़ोन आया है। लेकिन एक छोटी सी रिंग के बाद ही फ़ोन कट गया है। उन्हें याद आ गया की बेटे ने बताया है की वो आज कल रात भर पढाई कर रहा है और कल उसने झुंझला कर कहा था की इतनी सुबह उसे ना उठाया जाये। माँ ने प्रेम में वशीभूत हो कर फ़ोन काट दिया है।
समय: सुबह ९:३० बजे
प्रेमिका नंबर ४ (जो खुद अभी-अभी ही उठी है) ने ये बताने के लिए फ़ोन किया है की वो कल रात जो भी हुआ उसके लिए शर्मिंदा है। तीन बार जोर- जोर से चीखने के बाद फ़ोन अब चुप हो गया है। प्रेमिका ने समझा है की वो नाराज़ है और शायद इसीलिए फ़ोन नहीं उठा रहा है। गुस्सा कम करने और अपना अथाह प्रेम जताने के लिए उसने भी ३-४ मैसेज भेज दिये हैं|
समय: सुबह १०:१५ बजे
कमरे में धुप की किरणें स्पार्टा के सैनिकों की तरह घुस आई हैं| अब उठने के आलावा कोई रास्ता नहीं है| रजाई के अन्दर सोए इंसान के उठ जाने की वजह से रजाई के ऊपर सोया फ़ोन निचे गिर गया है| उसके अंगों का विच्छेद हो चूका है| बैटरी छिटक कर दूर जा गिरी है| पिछली बार प्रेमिका नंबर १ को प्रेम का विश्वास दिलाने के लिए गुस्से का जो नाटक किया गया था उसमें फ़ोन को दिवार पर फेंकना भी शामिल था| इसी वजह से पिछला हिस्सा ढीला हो गया है और फ़ोन का गिरते ही विच्छेदन होने लगा है| थोड़ी देर आँख मलने के बाद, वो मेरी सौतन यानि अपनी टेबल घड़ी को देखता है|
सुबह उठ कर सैर और व्ययायाम करने के महत्व को समझते हुए वो खुद को कोसता है; फिर रजाई में पूरा मुंह ढांप कर सोने की कोशिश करता है|
समय: सुबह ११ बजे
अब रजाई के अन्दर भी गर्मी लगने लगी है, आँखें भी अब सोने से इनकार कर रही हैं| मजबूरन उसे उठना पड़ता है| उठ कर वो सीधा अपने फ़ोन के पास जाता है, उसके सभी हिस्सों को नीयत स्थान पर फिट करता है| फ़ोन के ऑन होते ही दो मैसेज आते हैं और 'मैसेज मेमोरी फुल' होने का सन्देश प्रदर्शित होता है| वो अनमनस्क भाव से प्रेमिका नंबर १ के सारे मैसेज एक साथ मिटा देता है| फिर उसे एक प्यारा सा पुचकारू मैसेज भेज देता है, जिससे यह निश्चित हो जाता है की अब दिन भर अमन चैन रहेगा| प्रेमिका नंबर ४ के मैसेज वो बड़े ध्यान से पढता है| फिर यह भी देखता है की उसने ३ बार फ़ोन किया था| उसे इस बात का संतोष होता है की रेल अभी पटरी पर ही है| इस कृत्रिम प्रेम के बीच माँ का निश्छल प्रेम कहीं ग़ुम हो जाता है|
पहली क्लास तो वैसे भी निकल चुकी है, अब हड़बड़ी मचने से कोई फायदा नहीं है| ऐसा सोच कर वो बसी मुंह अपना लैपटॉप ऑन करता है| लैपटॉप पर प्रेमिका नंबर ४ और उसकी एक अन्तरंग तस्वीर लगी है, कल वो घर आई थी इसीलिए ऐसा करना जरूरी था| जिस तरह मौसम की हिसाब से कपडे बदल दिये जाते हैं उसी तरह प्रेमिकाओं की वजह से तसवीरें बदल दी जाती हैं| सबसे पहले उसने
'G-TALK' खोला और ये देखने लगा की प्रेमिका नंबर ३ ऑनलाइन है या नहीं| सौभाग्य से वो ऑनलाइन नहीं है| उसे ख़ुशी होती है की वो किसी भी लड़की से बातें कर सकता है| संभावित प्रेमिका नंबर ५ ऑनलाइन है, वो उसे रिझाने में अपनी पूरी मेहनत लगाने लगता है| इस बीच रह रह कर 'शकीरा', 'शीला की जवानी' और 'मुन्नी बदनाम' आदि गाने बजाये जा रहे हैं|
समय: सुबह १२:३० बजे
संभावित प्रेमिका को दोस्तों के साथ ब्यूटी पार्लर जाना है, अतः वो ऑफलाइन चली गयी है| भूख भी लग रही है, अब लड़के के पास कॉलेज जाने के सिवा और कोई चारा नहीं है| नहाना क्यूंकि माडर्न युवाओं की पहचान नहीं है, अतः उसमें वक़्त ज़ाया करना बेवकूफी है, ऐसा मान कर उसने तीन दिन पुरानी शर्ट फिरे से पहन ली है| कुल्हाड़ी वाला सैंट जिसकी खुशबू की लड़कियां दीवानी हैं, अपने ऊपर प्रचुर मात्र में छिड़क कर वो कॉलेज के लिए निकल पड़ता है| इस बीच माताजी को चिंता होती है की उसने खाना खाया है या नहीं सो वो अपनी तस्सल्ली के लिए फ़ोन करती हैं| यह फ़ोन कॉल बड़ी मुश्किल से १मिन. चलता है| इस फ़ोन से दो फायदे हुए हैं| एक तो इसे याद आ गया है की प्रेमिका नंबर २ से प्यार जताने के लिए ये पूछना जरूरी है की उसने खाना खाया या नहीं, दूसरा खाने की बात से ये भी स्मरण हो आया है की घर का दंतमंजन ख़त्म हुए ३ दिन हो गए हैं, मतलब उसने आज भी ब्रुश नहीं किया है| रास्ते में वो ३-४ मुखवास निगल लेता है|
समय: रात ९:३० बजे
आज घर जल्दी आ जाने की वजह से बोरियत हो रही है| बोरियत ख़त्म करने के लिए वो सभी प्रेमिकाओं को 'मैं सिर्फ और सिर्फ तुम्हारा हूँ' ऐसा मैसेज भेजता है| मैसेज भेजते ही प्रेमिका नंबर ४ का फ़ोन आ जाता है| कल रात जो भी हुआ अच्छा नहीं हुआ उसे ऐसा महसूस होने लगा है| अकेले उसका जी मचल रहा है इसीलिए वो अभी के अभी घर आ रही है|
आज प्रेमिका नंबर २ से रात में बात करने का वादा पहले ही किया जा चूका है| वो किसी तरह प्रेमिका को फ़ोन पर ही समझा कर टालता है| इसी बीच कई बार प्रेमिका नंबर १ फ़ोन कराती है| कॉल वेटिंग पर थी इसीलिए वो शक करेगी, झूठ बोलने की तैय्यारी वो पहले की कर लेता है|
समय: सुबह १ बजे
प्रेमिका नंबर २ को पढाई और मानसिक एकाग्रता का महत्व समझा कर बड़ी मेहनत से सुलाया गया है| जब वो फ़ोन पर था उस वक़्त बहुत से लोगों ने उसे फ़ोन और मैसेज किये हैं| बड़ी बहिन का भी फ़ोन आया है| वो दीदी को फ़ोन लगता है| इस महीने के पैसे ख़त्म हो चुके हैं बता कर २००० रुपयों की मांग करता है| दीदी को फ़ोन करने के भी अपने फायदे हैं, अब वो बाकी की ३ प्रेमिकाओं से ये झूठ बोल सकता है की वो इतनी देर से दीदी से ही बात कर रहा था| वो सारे लोगों को शुभ रात्रि सन्देश भेज कर लैपटॉप ऑन कर लेता है| सन्देश पाते ही प्रेमिका नंबर ३ प्रफुल्लित हो जाती है और झट से फ़ोन लगाती है| यह फिर से फ़ोन पर चिपक गया है| बीच- बीच में 'facebook ' और 'orkut ' पर अन्य लड़कियों की तसवीरें भी निहार रहा है|
समय: सुबह ३ बजे
प्रेमिका नंबर १ के भाई के जग जाने के कारण प्रेम का अनायास ही अंत हो जाता है| इसका मन अब ललच रहा है| छुधा शांति के लिए ये एक नीली फिल्म देख डालता है| अंग अंग में गर्मी होने के कारण अब आँखों में जलन होने लगी है| मतलब सोने का समय आ गया है|
समय: सुबह ४ बजे
'मैं सिर्फ और सिर्फ तुम्हारी ही यादें ले कर सो रहा हूँ ताकि सपने में तुम मेरी बाहों में समां जाओ|' इस प्रकार का अति स्नेहपूर्ण मैसेज चारों प्रेमिकाओं और संभावित प्रेमिका को भेज कर उसने खुद को नींद के हवाले कर दिया है|
even though i have personal problems with this post.. :P
ReplyDeletehave to admit.. it's good sarcasm.. on our generation!
i will try being on the phone less..
:P
like!
ReplyDelete